Krishna Shayari in Hindi | कृष्ण के जीवन पर शायरी हिंदी में

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

भगवान श्री कृष्ण, जिन्हें कान्हा के नाम से भी जाना जाता है जिन्हें गोकुल के लोग प्यार से कान्हा कहते है हिन्दू धर्म में इन्हें प्यार के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है राधा और कृष्ण के प्रेम को पूरे भारत में मिशाल दिया जाता है उनके प्यार को व्यक्त करने के लिए हम Krishna Shayari in hindi लेकर आए है इन शायरी के माध्यम से कृष्ण के जीवन का वर्णन किया गया है।

श्री कृष्ण के प्यार और उनकी लीला को शायरी के रूप में पढ़कर एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है यहां पर हम आपको Radha Krishna Shayari, Krishna Prem Shayari , Krishna Shayari 2 Line जैसी शायरी देंगे जो कि आपके मन को प्रेम के भाव से भर देगी।

Krishna Shayari in hindi

श्री कृष्ण ने अपने बचपन से लेकर अपनी जवानी तक ऐसे बहुत से कार्य किए जिसको कृष्ण के भक्त उन कार्यों के अपने लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत मानते है और उनसे अपने जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करते है यहां हम उन सब कार्यों को Krishna Shayari in hindi के माध्यम से जानेंगे।

“राधा के बिना जो कृष्ण है, वो अधूरा कहलाते है,
प्रेम के उस सागर में, दोनों ही समा जाते है।”

“कृष्ण की बातें सुनकर जब राधा मुस्कुराई,
वो मुस्कान ही कान्हा की सबसे बड़ी कमाई थी।”

“राधा के बिना जैसे बंसी अधूरी,
वैसे ही राधा के बिना कृष्ण की दुनिया अधूरी।”

“जहां-जहां कृष्ण वहां-वहां राधा की छाया,
प्रेम का वो रूप, जो कभी न माया।”

“मोहन की मुरली और राधा की रुनझुन,
इनके प्रेम की कहानी सुनते ही भर आता है मन।”

“कृष्ण के होंठों से नाम जब राधा का निकला,
हर वृंदावन प्रेम से झिलमिलाया।”

“राधा ने बस प्रेम किया, बदले में कुछ न मांगा,
कृष्ण ने भी उसे अमर बना दिया, जो कभी न भागा।”

“प्रेम राधा का था, अपनापन कृष्ण का,
इसलिए तो आज भी ये नाम एक साथ लिया जाता है।”

“ना मंदिर चाहिए, ना मूर्ति की पूजा,
अगर राधा-कृष्ण जैसा प्रेम हो, वही है सच्ची आराधना।”

“कृष्ण की तृष्णा थी राधा की आंखों में,
वो प्रेम दिखता है आज भी भक्तों की सांसों में।”

“कृष्ण को पाया नहीं राधा ने,
मगर प्रेम ऐसा कि युगों तक याद रही।”

“राधा के नाम से जो कृष्ण मुस्कुराए,
समझो उस प्रेम में खुद भगवान समाए।”

“जिसे देख राधा की आंखें शर्माए,
वो कृष्ण कोई साधारण नहीं, प्रेम का देवता कहलाए।”

“मुरली की तान और राधा की जान,
इन दोनों के बिना अधूरा वृंदावन का गान।”

“राधा और कृष्ण का प्रेम आज भी जीवित है,
क्योंकि वो दिल से था, दिखावे से नहीं।”

Krishna Shayari 2 Line

श्री कृष्ण का राधा के संघ प्रेम, और समर्पण को दर्शाने के लिए Krishna Shayari 2 Line बहुत ही अच्छा माध्यम है आज इन्हीं शायरी के द्वारा हम आपको कृष्ण के जीवन के बारे में बताएंगे जिससे आप उनके जीवन के कार्यों से कुछ सिख सके।

“कन्हैया की बंसी में ऐसा जादू है,
जो भी सुने उसका दिल खुद-ब-खुद नाच उठे।”

“राधा के बिना कृष्ण अधूरे हैं,
प्रेम में ही भगवान पूरे हैं।”

“कृष्ण जब मुस्कुराते हैं,
हर दुख चुपचाप सर झुकाते हैं।”

“गोपियों की नजरों में बसी तस्वीर है,
जो कान्हा से ना मिले, वो भी राधा की तक़दीर है।”

“वो बंसी वाला जब मन में उतर जाए,
तो दुनिया की कोई भी आवाज सुनाई नहीं देती।”

“प्रेम ऐसा हो जैसे राधा-कृष्ण का,
ना अपेक्षा, ना अधिकार — बस समर्पण हो हर बार।”

“मुरली की धुन से जग को जगाया,
कृष्ण ने प्रेम का मतलब सिखाया।”

“श्याम की नजर जो पड़ जाए एक बार,
तो जीवन भर वो ही लगते हैं सबसे प्यारे यार।”

“राधा के नाम से पुकारे गए कान्हा,
प्रेम की परिभाषा खुद बन गए कृष्णा।”

“जिसने प्रेम में खुद को मिटा दिया,
वो राधा बन गई — और कृष्ण सदा के लिए उसका।”

“कृष्ण सिर्फ मंदिरों में नहीं,
हर उस दिल में हैं जहाँ प्रेम बसता है।”

“कान्हा की बंसी में जो खो जाए,
वो कभी दुनिया की भीड़ में अकेला नहीं होता।”

“कृष्ण की लीला समझ नहीं आती,
बस दिल को छू जाती है।”

“जहाँ राधा के बिना कृष्ण अधूरे हैं,
वहीं प्रेम के बिना जीवन भी सुनेरे नहीं।”

“वो गोपियों का चोर, राधा का साजन,
कृष्ण हैं — लेकिन हर दिल के अपने।”

Radha Krishna Shayari

राधा और कृष्ण का जो प्रेम आत्मा से आत्मा का मिलन था जहां पर न तो एक दूसरे से की अपेक्षा थी और न ही उस प्रेम में कोई शर्त थी उनके प्रेम की कहानी युगों युगों से भक्तों के दिलों को छुटी आई है हम यहां पर Radha Krishna Shayari लेकर आए है जो कि राधा, कृष्ण के प्रेम को दर्शाती है।

“राधा की चाहत ही थी, जो कृष्ण को रास आई,
वरना मोहन को तो हर गोपी प्यारी लगती थी।”

“कृष्ण की बातें सुनकर जब राधा मुस्कुराई,
वो मुस्कान ही कान्हा की सबसे बड़ी कमाई थी।”

“राधा के बिना जैसे बंसी अधूरी,
वैसे ही राधा के बिना कृष्ण की दुनिया अधूरी।”

“जहाँ-जहाँ कृष्ण वहाँ-वहाँ राधा की छाया,
प्रेम का वो रूप, जो कभी न माया।”

“मोहन की मुरली और राधा की रुनझुन,
इनकी प्रेम कथा सुनते ही भर आता है मन।”

“कृष्ण के होंठों से नाम जब राधा का निकला,
हर वृंदावन प्रेम से झिलमिलाया।”

“राधा ने बस प्रेम किया, बदले में कुछ न माँगा,
कृष्ण ने भी उसे अमर बना दिया, जो कभी न भागा।”

“प्रेम राधा का था, अपनापन कृष्ण का,
इसलिए तो आज भी ये नाम एक साथ लिया जाता है।”

“ना मंदिर चाहिए, ना मूर्ति की पूजा,
अगर राधा-कृष्ण जैसा प्रेम हो, वही है सच्ची आराधना।”

“कृष्ण की तृष्णा थी राधा की आँखों में,
वो प्रेम दिखता है आज भी भक्तों की साँसों में।”

“कृष्ण को पाया नहीं राधा ने,
मगर प्रेम ऐसा कि युगों तक याद रही।”

“राधा के नाम से जो कृष्ण मुस्कुराए,
समझो उस प्रेम में खुद भगवान समाए।”

“जिसे देख राधा की आँखें शर्माए,
वो कृष्ण कोई साधारण नहीं, प्रेम का देवता कहलाए।”

“मुरली की तान और राधा की जान,
इन दोनों के बिना अधूरा वृंदावन का गान।”

“राधा और कृष्ण का प्रेम आज भी जीवित है,
क्योंकि वो दिल से था, दिखावे से नहीं।”

Krishna Prem Shayari

श्री कृष्ण का राधा के साथ प्रेम, केवल प्रेम नहीं है बल्कि दो आत्माओं का मिलन है उनका प्रेम जीता राधा से था उतना ही अपने भक्तों से है और भक्तों से उनके इस प्रेम को हम Krishna Prem Shayari के माध्यम से आपके साथ साझा करेंगे ।

“तेरा नाम लूं तो दिल को सुकून मिलता है,
कृष्णा, तू ही तो है जो हर जन्म में अपना लगता है।”

“प्रेम वो है जो शब्दों से नहीं,
सिर्फ आँखों की भाषा से समझा जाए – जैसा राधा ने कृष्ण को समझा।”

“कृष्णा, तुझसे जुड़कर हर रिश्ता पवित्र लगने लगता है,
तू ही तो है जिसमें प्रेम और ईश्वर एक हो जाते हैं।”

“ना मांगूँ तुझसे मोती या हीरा,
बस तेरा प्रेम ऐसा हो जो जन्मों तक न बिछड़े मेरा।”

“जिस दिन कृष्णा को अपना मान लिया,
उसी दिन हर शिकायत खुद से खत्म हो गई।”

“तू मेरी सांसों में बसा है कान्हा,
तेरा नाम लिए बिना अब दिन शुरू नहीं होता।”

“कृष्ण के प्रेम में डूबे तो मोह माया अपने आप छूट जाए,
क्योंकि वो प्रेम आत्मा से आत्मा का संवाद है।”

“कृष्ण से प्रेम करना मतलब खुद को भूल जाना,
और जब खुद को भूलो तो बस वही रह जाता है।”

“तेरी मुरली की धुन में कुछ ऐसा जादू है कान्हा,
हर दुख, हर पीड़ा बह जाती है उस मधुर संगीत में।”

“मैंने तुझसे कुछ माँगा नहीं,
फिर भी तू हर बार मेरी झोली भर देता है – हे कृष्ण।”

“कृष्णा, तू जब भी मुस्कुराता है,
मेरे अंदर प्रेम की एक लहर सी दौड़ जाती है।”

“तेरे प्रेम ने ही तो मुझे ईश्वर से मिलाया है,
वरना मेरा दिल तो मोह के दलदल में ही डूबा था।”

“कृष्ण के प्रेम में जब मन डूबा,
तब समझ आया कि भक्ति क्या होती है।”

“जिनके मन में श्रीकृष्ण का प्रेम बस जाए,
उन्हें फिर किसी और प्रेम की तलाश नहीं रहती।”

इसे भी पढ़ें :

निष्कर्ष

राधा और कृष्ण का प्रेम सिर्फ एक कथा नहीं है बल्कि आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक है इन Krishna Shayari in hindi में वही शाश्वत प्रेम झलकता है जो न तो शब्दों में पूरी तरह समा सकता है और न ही समय के साथ मिट सकता है।

नहीं, कृष्ण शायरी को कोई भी पढ़ सकता है। यह केवल धार्मिक नहीं, बल्कि प्रेम, जीवन-दर्शन और आध्यात्मिकता से जुड़ी होती है, जिससे हर कोई जुड़ सकता है।

हाँ, राधा-कृष्ण की शायरी सबसे पवित्र प्रेम का प्रतीक मानी जाती है। यह शायरी प्रेम को त्याग, समर्पण और आत्मिक जुड़ाव के रूप में दर्शाती है।

Share This Article

Dhiraj S. एक अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिनकी उम्र 23 वर्ष है और जो उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से हैं इन्होंने B.A. की पढ़ाई पूरी की है और अब हिंदी भाषा में उपयोगी और जानकारीपूर्ण कंटेंट लिखने का कार्य करते हैं।

Leave a Comment