हमारा देश भारत 200 सालों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा था और अंग्रेजी ने हमपर राज किया था और इस देश को अंग्रेजो से आजाद कराने में भारत के बहुत से क्रांतिकारी लोगों ने भारत के लिए अपनी जान दी है और उन्हीं को याद करने के लिए हम लेकर आए है Desh Bhakti Shayari in hindi में जिसको पढ़कर आप उनकी देश भक्ति को याद कर सकते है।
Desh Bhakti Shayari एक ऐसा साहित्यिक माध्यम है जिसके कारण हमारे दिलों में अपने देश के प्रति समर्पण , प्रेम और गर्व की भगवा उत्पन्न कर पाते है ये शायरी देश के उन सभी सैनिकों के कुर्बानियों को सम्मान देती है जो कि देश के लिए बॉर्डर पर हमेशा दुश्मन से लड़ने के लिए तैयार खड़े है।
Desh Bhakti Shayari in hindi
हिंदी में लिखी गई देश भक्ति शायरी सीधे हमारे दिल में उतर जाती है इस शायरी से हम अपने देश के आजादी की लड़ाइयों की गाथाएं सुन पाते है और इन शायरी से हम भारत के विकास और एकता का संदेश भी पाते है यह शायरी देश के हर उस व्यक्ति को प्रेरित करती है जो कि अपने देश के लिए कुछ करना चाहते है।
“सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है।”
“मेरा रंग दे बसंती चोला,
माँ का प्यार मिला है इस तोहफ़े में भोला।”
“कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है।”
“वो खून ही क्या जो देश के काम न आए,
वो जवानी ही क्या जो तिरंगे के नाम न आए।”
“जिसे देख कर दुश्मन भी सलाम ठोक दे,
वो भारत का सैनिक है जनाब।”
“दिल दिया है जान भी देंगे,
ए वतन तेरे लिए सब कुछ सह लेंगे।”
“ज़माने भर में मिलते हैं आशिक़ कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता।”
“जिन्हें नाज़ है हिंद पर, वो शहीद अक्सर मिट जाते हैं,
पर उनकी दीवानगी अमर हो जाती है।”
“कुर्बान हो जाऊँ उन वीरों के चरणों में,
जिन्होंने हँसते-हँसते मिटा दिया खुद को वतन के लिए।”
“ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम हिंदुस्तानी हैं।”
शहीद देश भक्ति शायरी
शहीद देश भक्ति शायरी उन लोगों के लिए हमें प्रेरणा देती है जो कि हमारे देश के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए ये शायरी देश के हर नौजवानों को गौरवान्वित कर देती है इन शायरी में उन वीर जवानों के बारे में बताया गया है जो कि देश की रक्षा के लिए दुश्मन से लड़ते हुए शहीद हो गए।
“जो मिट गए वतन के लिए,
वो हर दिल में बस गए अमर नाम के लिए।”
“शहीदों की चिताओं से रोशन हैं वतन की राहें,
उनके बिना अधूरी सी लगती हैं हर एक सुबहें।”
“वो माँ के आँचल को छोड़ गए थे,
मगर तिरंगे से लिपट कर लौटे थे।”
“हर एक साँस कहती है शुक्रिया उन वीरों का,
जो आज़ादी की कीमत खुद की जान से चुकाते हैं।”
“ना किसी मंदिर में दीप जलाया,
ना किसी मस्जिद में सजदा किया,
जब वतन पुकारा, तो जान हँसते-हँसते वार दिया।”
“तू आज़ाद है मेरे लाल, तू आज़ाद है,
पर मत भूलना ये आज़ादी किसी की कुर्बानी के बाद है।”
“जो लौटकर नहीं आए, वो सितारे बन गए,
तिरंगे की छांव में सदा के लिए सवेरा बन गए।”
“हम चैन से जी सके, इसलिए वो सब कुछ हार गए,
अपने घर न लौटे, पर इतिहास में अमर हो गए।”
“उनकी चुप्पी भी कुछ कह जाती है,
शहीदों की ख़ामोशी भी देशभक्ति सी लगती है।”
“जब तिरंगे में लिपटकर आता है कोई,
तब एहसास होता है – सच्चा हीरो कौन होता है।”
भारत देश पर शायरी
भारत देश पर शायरी लोगों को हमारे देश की महानता, विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि के बारे में लोगों को बताती है यह शायरी केवल देश के इतिहास और वीरता को ही नहीं दिखाती है बल्कि भारत देश की मिट्टी से जुड़ी भावनाओं को भी जागृत करती है भारत देश पर शायरी हमें याद दिलाती है कि यह केवल एक भूमि नहीं है बल्कि एक भावना है।
“भारत सिर्फ़ एक ज़मीन का टुकड़ा नहीं,
ये हर दिल में धड़कता हुआ एहसास है।”
“इस मिट्टी में कुछ तो बात है यारों,
सांस भी लो तो वतन की ख़ुशबू आती है।”
“जब भी तिरंगा लहराता है आसमान में,
दिल गर्व से भर उठता है इस हिंदुस्तान में।”
“भारत की गलियों में बसती हैं कहानियाँ,
हर ईंट-पत्थर में छुपी हैं भावनाएँ पुरखों की निशानियाँ।”
“हर भाषा, हर रंग, हर धर्म से बढ़कर है भारत,
यहाँ हर दिल में बसता है ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का अरमान।”
“मैं जहाँ भी रहूँ, बस भारत की बात करूँ,
इस प्यार को कोई सीमा नहीं रोक सकती।”
“जब भी किसी को भूखा देखता हूँ,
भारत माँ की पीड़ा महसूस होती है।”
“यह देश सिर्फ़ पर्वों और तीज़ों का नहीं,
बल्कि उम्मीदों और सपनों का भी है।”
“भारत की मिट्टी से जो रिश्ता जुड़ जाए,
वो फिर कभी पराया महसूस नहीं होता।”
“हर बार जब सूरज उगता है पूर्व से,
भारत माँ की गोद फिर से चमक उठती है।”
स्वतंत्रता सेनानी शायरी
स्वतंत्रता सेनानी शायरी उन स्वतंत्रता सेनानियों के साहस, बलिदान और राष्ट्रप्रेम को शब्दों के माध्यम से बताती है जो कि स्वतंत्रता की लड़ाई में देश के लिए लड़े थे यह शायरी हमें उन वीर सेनानियों की याद दिलाती है जिन्होंने अपने प्राण को हँसते-हँसते देश की आज़ादी के लिए न्योछावर कर दिया था उनके जज़्बे को सलाम करते हुए यह शायरी हर पीढ़ी को प्रेरणा देती है ।
“जब ज़मीन कांपी होगी गोली की गूंज से,
तब भी वो मुस्कराकर खड़े रहे होंगे आज़ादी के जुनून से।”
“माँ की ममता छोड़कर, उन्होंने मातृभूमि को चुना,
क्योंकि देश से बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता।”
“उनके खून से लहूलुहान थी ज़मीं,
पर चेहरे पर तिरंगे की सी चमक थी कहीं।”
“घर की दहलीज़ कभी पार नहीं की थी,
फिर भी सीमा पर झंडा थामे जान दे दी थी।”
“जो लौटे नहीं, वो कभी खोए नहीं,
हर दिल में जिंदा हैं, वो कभी रोए नहीं।”
“कफन तिरंगे का था, और सपना सिर्फ़ आज़ादी का,
ऐसे लोग इतिहास नहीं, आत्मा बन जाते हैं वतन की।”
“एक मां बेटे को रोते हुए नहीं रोक सकी,
क्योंकि वो बेटा वतन के लिए हँसते हुए जा रहा था।”
“जब जल्लाद की आँखों में भी पानी आ गया,
तो समझो कोई सच्चा सेनानी फांसी पर गया।”
“नाम उनका कागज़ों में ना हो, तो क्या हुआ,
देश के कण-कण में वो आज भी सांस ले रहे हैं।”
“कोई किताब नहीं लिख पाई उनकी कहानी पूरी,
क्योंकि उन्होंने इतिहास को अपने खून से लिखा था।”
देशभक्ति शायरी कविता
देशभक्ति शायरी कविता हर देशवासी के अंदर छिपे राष्ट्रप्रेम को जगाने का एक बहुत ही अच्छा माध्यम है यह शायरी अपने शब्दों के माध्यम से देश के लिए प्रेम, गर्व और बलिदान की भावना को लोगों के अंदर प्रकट करती है जब भी कोई कविता मातृभूमि की महानता या वीरों के बलिदान के बारे में बताती है तो हमारा दिल गर्व से भर उठता है।
“जब भी तिरंगे को देखता हूँ,
एक अजीब सी गर्मी दौड़ जाती है रगों में,
लगता है जैसे माँ ने बाहों में भर लिया हो।”
“यह देश सिर्फ़ मिट्टी नहीं,
यह माँ का आँचल है,
जहाँ हर बच्चा सपनों की गोद में पलता है।”
“सीमा पर खड़ा वो जवान,
ठंडी रात में भी माँ का गीत गुनगुनाता है,
क्योंकि उसे पता है,
उसका हर सांस भारत के नाम लिखा है।”
“कभी खेतों की हरियाली में दिखता है भारत,
कभी सैनिक की आँखों के सपने में,
ये देश हर रूप में सुंदर है,
कभी रोटी, कभी इबादत बनकर ज़िंदा है।”
“तू पर्वत है, तू सागर है, तू धरती की पूजा है,
ओ भारत, तू केवल राष्ट्र नहीं,
हम सब की सांसों की वजह है।”
“एक बुज़ुर्ग के काँपते हाथों में तिरंगा था,
कहता था – बेटा, ये वही है जिसके लिए हमने खून बहाया था।”
“हर गली, हर मोड़ पर इतिहास बिखरा है,
यहाँ चप्पा-चप्पा क्रांति की कहानियाँ कहता है।”
“जब गाँव का लड़का वर्दी पहनता है,
तो माँ के आँसू, गर्व और डर में बहते हैं,
पर दिल कहता है – बेटा देश के काम आएगा।”
“सिर्फ़ पर्व पर झंडा लहराना ही देशभक्ति नहीं,
हर दिन उसे सम्मान देना ही असली पूजा है।”
“वो बच्चा जो आज स्लेट पर ‘भारत’ लिख रहा है,
शायद कल कलम से देश का भविष्य बना देगा,
यही तो है सच्ची देशभक्ति की शुरुआत।”
इसे भी पढ़ें :
निष्कर्ष
Desh Bhakti Shayari in hindi केवल कुछ शब्द नहीं है बल्कि यही देश वासियों की अपने देश और देश के उन वीर जवानों के लिए आवाज है जो कि बिना किसी दिक्कत या परेशानी को देखे देश की सेवा में हमेशा तत्पर और तैयार है।
FAQ : Bhakti Shayari in hindi
क्या देशभक्ति शायरी में तिरंगे का ज़िक्र होता है?
हाँ, तिरंगा देश का गौरव है और देशभक्ति शायरी में उसका ज़िक्र गर्व, सम्मान और बलिदान के प्रतीक के रूप में होता है।
मैं देशभक्ति शायरी कैसे लिख सकता/सकती हूँ?
आप अपने दिल की भावनाओं को सरल और सच्चे शब्दों में लिखें। देश के लिए प्रेम, वीरों की कुर्बानी और तिरंगे का गौरव – इन विषयों पर केंद्रित होकर शायरी लिखना शुरू करें।
देशभक्ति शायरी किस अवसर पर पढ़ी जाती है?
देशभक्ति शायरी स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), शहीद दिवस और स्कूल-कार्यक्रमों में देश के प्रति भावना जागृत करने के लिए पढ़ी जाती है।